हम भारतवासी उत्सव-प्रिय लोग हैं । जीवन में हर समय उल्लास का सृजन करने में हम सदा से प्रयत्नशील रहे हैं। हिंदू समाज के दीर्घजीवी होने में एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है, कि हम सदैव से आशावादी और धनात्मक सोच वाले रहे हैं । हमने हमेशा अंधकार से प्रकाश की ओरजाने की कामना की है। हम प्रकाश के उपासक हैं, दिव्यता के उपासक हैं, संपूर्ण चराचर जगत के मंगल की कामना करने वाले हैं। इसलिए कभी हमने मृतकों की पूजा नहीं की, किसी समाधी को आराध्य नही बनाया, बल्कि जीवन की सम्पूर्णता को प्रकट करने वालों को अपना श्रद्धा केन्द्र बनाया। संपूर्ण सुन्दरता के साथ खिले हुए पुष्पों की तथा उनके द्वारा हमने आराध्यों की पूजा की।
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