वीर सावरकर
* विनायक
दामोदर सावरकर इतिहास में
वीर सावरकर नाम
से लोकप्रिय हुये।
* जन्म
- 18 मई, 1883
* जन्म
स्थान - भागुर गाँव, नासिक
(महाराष्ट्र)
* वीर
सावरकर ने अपनी
शिक्षा पूना के
फग्यूर्सन कॉलेज में पूरी
की।
* वीर
सावरकर ने 1899 में मित्र
मेला (नासिक में)
नामक संगठन की
स्थापना की। जिसे
1904 में अभिनव भारत नाम
से जाना गया।
* इस
संस्था में युवाओं
को क्रांतिकारी प्रशिक्षण
दिया जाता था।
* अभिनव
भारत की अधिकांशतः
शाखायें महाराष्ट्र व मध्य
प्रांत में सक्रिय
थी।
* वीर
सावरकर प्रथम व्यक्ति थे
जिन्होंने 1857 के विद्रोह
को भारत का
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम
कहा।
* इंडिया
हाउस जैसे क्रांतिकारी
समूह से संबंध
रखने के कारण
उन्हें 1910 में गिरफ्तार
किया गया।
* वीर
सावरकर को बंदी
बनाकर 8 जुलाई, 1910 को जलयान
से भारत लाया
जा रहा था
तो वे समुद्र
में कूदकर फ्रांस
पहूंचे लेकिन इन्हें आजीवन
कारावास की
सजा हुई तथा
अण्डमान, निकोबार की सेल्युलर
जैल भेज दिया।
* वीर
सावरकर 1937 में जैल
से रिहा हुये।
* 1937 से
लेकर 1942 तक हिन्दू
महासभा के अध्यक्ष
रहे।
* वीर
सावरकर ने भारत
छोड़ो आंदोलन का
विरोध किया।
* भारत
विभाजन की स्वीकृति
के कारण कांग्रेस
के प्रमुख विरोधी
हो गये।
* अण्डमान
निकोबार द्वीप समूह स्थित
पोर्टब्लेयर हवाई अड्डे
का नाम वीर
सावरकर हवाई अड्डा
रखा गया।
बंकिम चन्द्र चट्टोपध्याय
* जन्म
- 27 जून, 1838
* जन्म
स्थान - काठलपाड़ा गाँव (चौबीस
परगना, बंगाल)
* प्रारम्भिक
शिक्षा - मोहसिन कॉलेज व
प्रेसिडेंसी कॉलेज
* बंकिमचन्द्र
चट्टोपाध्याय को आधुनिक
बंग्ला साहित्य का जनक
कहा जाता है।
* ये
बंगाली साहित्य में ‘साहित्य
पुनर्जागरण के प्रणेता’ माने जाते है।
प्रमुख रचनाएँ -
दुर्गश नंदिनी - 1865 (प्रथम
उपन्यास)
कपाल कुण्डला
- 1866
मृणालिनी - 1869
विष वृक्ष
- 1873
कृष्णकांत का वसियतनामा
- 1878
रजनी - 1877
सीताराम - 1886
आनन्द मठ - 1882
* सन्यासी
विद्रोह का आनंद
मठ बंकिम चन्द्र
चटोपाध्याय का सर्वाधिक
प्रसिद्ध उपन्यास है। जो
सन्यासी विद्रोह की पृष्ठभूमि
पर लिखा गया।
* इन्हांने
1874 में वन्दे मातरम् गीत
लिखा जिसे बाद
में आनंद मठ
में शमिल कर
लिया।
* 8 अप्रैल
1857 को कलकत्ता में इनकी मृत्यु
हुई।
* राष्ट्रीय
गीत वन्दे मातरम्
के जनक - बंकिम
चन्द्र चट्टोपाध्याय।
बाल गंगाधर तिलक
* उपनाम
- लोकमान्य
हिन्दू राष्ट्रवाद का
पिता
रानाडे - भारत का
बेताज बादशाह
(इंडियन अनरेस्ट) वेलेन्टाइन
चिरोल - भारतीय अशांति का
जनक
* जन्म
स्थान - महाराष्ट्र (रतनागिरी, चिकल
गाँव)
* इसका
जन्म चितपावन ब्राह्मण
परिवार में हुआ।
* बचपन
नाम - केशव लेकिन
लोग इन्हें प्यार
से बाल कहकर
पुकारते थे।
* ये
भारत में क्रांतिकारी
विचारधारा के जनक
थे तथा लाल,पाल व
बाल नामक उग्रवादी
त्रिगुट के सदस्य
थे।
* बाल
गंगाधर तिलक ने
1881 ई. में बम्बई
से मराठी भाषा
में केसरी तथा
1895 में शिवाजी उत्सव मनाने
की परम्परा शुरू
की।
* बाल
गंगाधर तिलक प्रथम
राष्ट्रवादी नेता थे
जिन्होंने आम जनता
सीधे संबंध स्थापित
करने का प्रयत्न
किये।
* इस
मामलें में वे
महात्मा गांधी के अग्रगामी
थे।
* तिलक
प्रथम व्यक्ति थे
जिन्हांने स्वराज्य की मांग
स्पष्ट रूप से
की।
* प्रसिद्ध
नारा - स्वराज्य मेरा जन्म
सिद्ध अधिकार है
और में इसे
लेकर रहूँगा।’
* 1897 में
पूना के प्लेग
कमीशनरों की चापेकर
बंधुओं की हत्या
कर दी। चापेकर
बंधुओं को हत्या
करने के प्रेरित
करने के आरोप
में 18 महीनें की सजा
हुई।
इसलिये बाल गंगाधर
तिलक भारत के
प्रथम राजनैतिक कैदी
माने जाते है।
* 1907 में
कांग्रेस के सूरत
अधिवेशन में बाल
गंगाधर तिलक ने
लाला लाजपत राय
को अध्यक्ष बनाने
का प्रस्ताव रखा
परन्तु उदारवादियों ने रास
बिहारी घोष को
सूरत अधिवेशन का
अध्यक्ष बनाया।
* इसी
सूरत अधिवेशन में
कांग्रेस दो भागों
में विभाजित हो
गई।
* 1908 में
बालगंगाधर तिलक ने
अपने समाचार पत्र
में ब्रिटिश सरकार
के विरूद्ध उत्तेजक लेख
छापा जो 1908 के
भारतीय प्रेस अधिनियम का
उल्लंघन था। इस
कारण 1908 में तिलक
को 6 वर्ष की
सजा सुनाकर जेल
भेज दिया गया।
* जेल
में रहते हुए
तिलक ने गीता
रहस्य व द आर्कटिक हॉम ऑफ
द वेदाज’ नामक ग्रंथों
की रचना की।
* 1914 में
तिलक जेल से
रिहा हुये।
* जेल
से रिहा होने
के बाद तिलक
ने एनीबीसेंट के
साथ मिलकर होमरूल
लीग की स्थापना
की।
* 1916 के
कांग्रेस के लखनऊ
अधिवेशन में पुनः
कांग्रेस में शामिल
हुये।
* 1 अगस्त,
1920 को तिलक की
मृत्यु हो गयी।
* प.
जवाहर लाल नेहरू
ने तिलक को
- भारतीय क्रांति का जनक
व महात्मा गांधी
ने - भारत का
निर्माता कहा।
* तिलक
एकमात्र ऐसे
नेता थे जो
कांग्रेस के अध्यक्ष
नहीं बन सके।
भगत सिंह
* जन्म
- 27 सितम्बर, 1907
* जन्म
स्थान - ब्रिटिश भारत के
पंजाब प्रांत की
जारावाला पहसील के बग्गा
गाँव के चक
नं 105 में
* पिता
- किशनसिंह संधू
* माता
- विद्यामति कौर
* भगतसिंह
ने डी. ए.
वी. कॉलेज (लाहौर)
(दयानंद एंग्लो वैदिक - लाला
लाजपत राय द्वारा
स्थापित) में शिक्षा
ग्रहण की।
* यह अपने दो अध्यापकों
भाई परमानंद व
जयचंद विद्यालंकार से
अत्यधिक प्रभावित थे।
* इन्हीं
के प्रभाव से
भगतसिंह ने
‘मैं नास्तिक क्यों
हूँ’’ शीर्षक से एक
दार्शनिक लेख लिखा।
* भगतसिंहने
1926 में छबीलदास व यशपाल
के साथ मिलकर
नौजवान सभा की
स्थापना कीं जिसका
मुख्य नारा हिंदुस्तान
जिंदाबाद था।
इस सभा के
प्रमुख उद्देश्य -
* समस्त
भारत के मजदूरां
व किसानों का
एक पूर्ण स्वतंत्र
गण्राजय स्थापित करना।
* अखण्ड
भारत राष्ट्र के
निर्माण के लिये
नौजवानों में देशभक्ति
की भावना उत्पन्न
करना।
* ऐसे
सभी आंदोलनों की
सहायता करना जो
साम्प्रदायिकता विरोधी थी।
* किसानों
व मजदूरों को
संगठित करना।
* अक्टूबर,
1924 में कानपुर में हिन्दुस्तान
रिपब्लिकन एसोशिएन की स्थापना
हुई। जिसमें भगतसिंह
शामिल थे।
* सितम्बर,
1928 में इसका नाम
बदलकर हिन्दुस्तान सोशलिस्ट
रिपब्लिकन एसोसिएन कर दिया।
* जिसका
उद्देश्य - समाजवादी समाज की
स्थापना करना था।
* 17 दिसम्बर,
1928 को भगतसिंह ने राजगुरू
व चन्द्र शेखर
के साथ मिलकर
सान्डर्स की हत्या
कर दी।
* यह
हत्या लाला लाजपत
राय की मृत्यु
का बदला लेने
के उद्देश्य से
की।
* 8 अप्रैल,
1929 को भगतसिंह व बटूकेश्वर दत्त ने
दिल्ली की केन्द्रीय
असेम्बली में बम
फेंका तथा नारा
लगाया - ‘‘इंकलाब जिंदाबाद साम्राज्यवाद
मुर्दाबाद’’
* दिल्ली
जेल में 4 जून,
1929 को मुकदमें की सुनवाई
सेशन जज मिस्टर
मिडल्टन की अदालत
में प्रारंभ हुई।
जो 10 जून को
समाप्त हुई।
* इसके
तुरंत बाद भगतसिंह
को मियावाली जेल
और बटुकेश्वर दत्त को
लाहौर जेल भेज
दिया।
* कालांतर
में इस केस
की अपील हाईकोर्ट
में की गई।
जस्टिस फोर्ड व जस्टिस
एडिसन के सामने
लाहौर कोर्ट में
अगली पेशी हुई।
अंत में सेशन
जज के फैसले
को बहाल रखते
हुये इन्हें 12 जून,
1929 को आजन्म कारावास का
दण्ड दिया गया।
* जेल
में राजनैतिक कैदी
का दर्जा प्राप्त
करने के लिये
भूख हड़ताल की।
* 13 सितम्बर,
1929 को 64 दिन की
भूख हड़ताल के
पश्चात जतीनदास की मृत्यु
हो गयी।
* 7 अक्टूबर,
1930 को ट्रिब्यूनल ने एकतरफा
निर्णय देते हुये
भगतसिंह, राजगुरू व सुखदेव
को फांसी सुनाई।
* 23 मार्च,
1931 को शाम 7.33 मिनट पर
लाहौर जेल में
फांसी दे दी
गई।
चन्द्रशेखर
आजाद
* जन्म
- 23 जुलाई, 1906
* पिता
- सीताराम तिवारी
* माता
- जगरानी देवी
* जन्म
स्थान - भावराँ गाँव (झाबुआ,
एम.पी.)
* फरवरी
1922 में महात्मा गाँधी द्वारा
असहयोग आंदोलन स्थगित किये
जाने पर चन्द्रशेखर
आजाद का कांग्रेस
से मोह भंग
हो गया और
यह क्रांति के
मार्ग की ओर
अग्रसर हुये।
* 1924 में
हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोशिएन का
गठन किया।
* 9 अगस्त,
1925 को काकोरी घटना को
अंजाम देने के
पीछे चन्द्रशेखर आजाद
का हाथ था।
* यह
एकमात्र क्रांतिकारी थे जो
इस काण्ड में
पुलिस की गिरफ्त
से बचे रहे।
* 1928 में
हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसो.
से जुडे़।
* 27 फरवरी,
1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड
पार्क में हुई
पुलिस मुठभेड़ में
चन्द्रशेखर आजाद मारे
गये।
* राम
प्रसाद बिस्मिल ने आजाद
को Quick Silver (पारा) कहा -
सुखदेव :-
* जन्म
- 15 मई, 1907
* जन्म
स्थान - लुधियाना (पंजाब)
* पिता
- रामलाल थापर
* माता
- रल्ली देवी
* वास्तविक
नाम - सुखदेव थापर
* इनके
जन्म से 3 माह
पूर्व पिता का
स्वर्गवास हो गया
इसलिये इनके ताऊ
अचिन्तराम ने इनका
लालन-पालन किया।
* 1926 में
भगतसिंह द्वारा लाहौर में
स्थापित नौजवान सभा के
संस्थापक सदस्य थे।
* इस
सभा का नारा
- हिन्दुस्तान जिंदाबाद
* 17 दिसम्बर,
1928 को भगतसिंह, राजगुरू व
चन्द्रशेखर आजाद के
साथ मिलकर सांर्डस
की हत्या की।
* न्यायालय
में इन पर
लाहौर षंड्यंत्र केस
के नाम से
इन पर मुकदमा
चला।
* 23 मार्च,
1931 को भगतसिंह व राजगुरू
के साथ लाहौर
के सेन्ट्रल में
इन्हें फांसी दी गई।
* इस
समय इनकी आयु
मात्र 24 वर्ष थी।
रास बिहारी बोस
* जन्म
- 25 मई, 1886
* जन्म
स्थान - पलाति विपतिर (हुगली
प. बंगाल)
* प्रारंभिक
शिक्षा - चंद्रनगर में हुई
* 23 दिसम्बर,
1912 दिल्ली के चाँदनी
चोक में लार्ड
हॉर्डिंग द्वितीय पर राजधानी
परिवर्तन के समय
जोरावर सिंह बारहठ
द्वारा बम फैंका
गया जिसकी योजना
रास बिहारी बोस
ने बनाई।
* 1913 में
अंग्रेजी भाषा में
लिबर्टी नामक पर्चा
छपवाकर बटवाया जिसमें इंकलाब
(क्रांति) की बात
कहीं और यह
सशस्त्र क्रांति से ही
संभव है।
* 1915 में
फर्जी पासपोर्ट बनवाकर
ये जापान चले
गये। यहाँ एक
जापानी लकड़ी से
विवाह कर जापान
की नागरिकता प्राप्त
की।
* 1924 में
टोकियों जापान में भारतीय
स्वतंत्रता लीग की
स्थापना की।
* 15 दिसम्बर,
1941 में जापान के मलाया
नामक स्थान पर
आजाद हिन्द फौज
की स्थापना कर
कैप्टन मोहन सिंह
को उसका प्रधान
नियुक्ति किया।
* 4 जुलाई,
1943 को बोस ने
सिंगापुर में आजाद
हिन्द फौज की
बागडोर सुभाष चन्द्र बोस
को सौंप दी।
* 21 जून,
1945 में जापान में इनकी
मृत्यु हो गयी।
* रास
बिहारी बोस प्रथम
व्यक्ति थे जिन्होंने
कहा - एशिया एशियावालों
सुभाष चन्द्र बोस
* जन्म
- 23 जून, 1897
* जन्म
स्थान - कटक शहर
(उड़ीसा)
* पिता
- जानकीनाथ बोस
* माता
- प्रभावती देवी
* प्रारम्भिक
शिक्षा कटक से
प्राप्त कर 1913 में उच्च
शिक्षा के लिये
कलकत्ता गये।
* यहाँ
से बिना माता-पिता की
आज्ञा के आध्यात्मिक
गुरू की खोज
के लिये ऋषिकेश,
हरिद्धार, वाराणसी, मथुरा व
गया गये।
* 1919 में
आई. सी. एस.
की परीक्षा देने
के लिये कैम्ब्रिज
विश्वविद्यालय में प्रवेश
लिया।
* 1920 की
आई. सी. एस.
की परीक्षा में
चतुर्थ स्थान प्राप्त किया
लेकिन नियुक्ति से
पहले ही त्यागपत्र
दे दिया
और भारत आकर
राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में
भाग लिया।
* सुभाष
चन्द्र बोस 16 जुलाई, 1921 को
बंबई में गांधी
से मिले। यहाँ
से ये कलकत्ता गये।
* चितरंजन दास - सुभाषचन्द्र
बोस के राजनैतिक
गुरू थे।
* असहयोग
आंदोलन के दौरान
सुभाषचन्द्र बोस ने
प्रिंस ऑफ वेल्स
का विरोध किया
तो इन्हें जेल
में डाल दिया
गया।
* 1923 में
चित्तरंजनदास ने
सुभाषचन्द्र बोस को
कलकत्ता नगर
निगम का मुख्य
कार्यकारी अधिकारी बनाया।
* 1924 में
सुभाषचन्द्र बोस को
पुनः माण्डले जेल
में भेज दिया
गया।
* 1928 में
कलकत्ता में
आयोजित कांग्रेस कार्य समिति
की बैठक में
गांधीजी ने उस
प्रस्ताव का विरोध
किया जिसमें उन्होंने
दिसम्बर, 1929 तक भारत
को औपनिवेशिक दर्जा
न देने की
सूरत में असहयोग
(सविनय अवज्ञा) आंदोलन की
चेतावनी दी।
* सुभाष
चन्द्र बोस जिन्होंने
भारत के लिये
पूर्ण स्वतंत्रता की
मांग की।
* सुभाषचन्द्र
बोस 1938 में आयोजित
कांग्रेस के हरिपुरा
(गुजरात) अधिवेशन के अध्यक्ष
बने।
* 1938 में
कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन में पट्टाभि
सितारमैय्या को पराजित
कर पुनः कांग्रेस
के अध्यक्ष बने।
लेकिन गांधी से
विरोध के कारण
अध्यक्ष पद से
त्यागपत्र देकर 1 मई,1939 को
फॉरवार्ड ब्लॉक की स्थापना
की। कलकत्ता में।
* 4 जुलाई,
1940 को सुभाषचन्द्र बोस को
पुनः जेल में
डाल दिया गया।
यहाँ अपनी मुक्ति
के लिये आमरण
अनशन किया तक
इन्हें मुक्त कर इनके
घर पर ही
नजरबंद कर दिया।
* 16 फरवरी,
1941 को पुलिस की आंखों
में धूल झांककर
अपने कलकत्ता स्थित घर से
पठान के वेश
में (जियाउद्दीन) के
वेश में निकलकर
पेशावर से रूस
होते हुये बर्लिन
गये।
* सर्वप्रथम
बर्लिन में इन्हें
नेताजी कहकर बुलाया
गया।
* 16 मई,1943
को जापान के
टोकियो शहर पहुंच
व जापान के
पी.एम. जर्नल
तोको से मिले।
* जुलाई,
1943 में टोकियों से सिंगापुर
पहुँचे। जुलाई,1943 में सिंगापुर
केथे सिनेमाहोल में
रास बिहारी बोस
ने आजाद हिंद
फौज की बागडोर
सुभाषचन्द्र बोस को
सौंपीं।
* रास
बिहारी बोस ने
भारतीय स्वतंत्रता लीग से
इस्तीफा देकर सुभाष
चन्द्र बोस को
इसका सभापति बनाया।
* यहीं
सिंगापुर में सुभाषचन्द्र
बोस ने दिल्ली
चलो का नारा
दिया।
* 21 अक्टूबर
1943 को सिंगापुर में स्वतंत्र
भारत की सरकार
की स्थापना की।
जिसके पी.एम.
व सेनापति सुभाषचन्द्र
बोस स्वयं बने।
* चीन,
कोरिया, जापान, जर्मनी, इटली,
बर्मा, फिलिपंस, थाईलैण्ड आयरलैण्ड
ने इस अस्थाई
सरकार को मान्यता
दी।
* जापान
सरकार ने अण्डमान
व निकोबार द्वीप
समूह को जीतकर
8 नवम्बर, 1943 को आजाद
हिन्द फौज की
अस्थाई सरकार को सौंप
दी।
* सुभाष
चन्द्र बोस ने
अण्डमान द्वीप का नाम
- शहीद व निकोबार
द्वीप का नाम
स्वराज रखा।
* सुभाषचन्द्र
बोस ने सिंगापुर
में झांसी की
रानी लक्ष्मीबाई नाम
से रेजीमेंट बना
तथा लक्ष्मी सहगल
को इसकी संचालिका
नियुक्त किया। प्रथम महिला
जिसने राष्ट्रपति का
चुनाव लड़ा।
* सुभाषचन्द्र
बोस ने 1944 में
रंगून में आजाद
हिन्द फौज का
मुख्यालय स्थापित किया।
* 18 मार्च,
1944 को आजाद
हिन्द फौज ने
सीमा पार करके
भारत की भूमि
पर पहली बार
कदम रखा - नागालैण्ड
के रास्ते।
* 8 अपै्रल, 1944 को
कोहिमा,(नागालैंड) पर अधिकार
किया।
* 18 अप्रैल,
1944 को इम्फाल पर आक्रमण
किया लेकिन खराब
मौसम के कारण
आजाद हिन्द फौज
पराजित हुई।
इस पराजय
से निराश हुए
युवकों में पुनः
जोश भरने के
लिये नेताजी ने
नारा दिया - तुम
मुझे खून दो
मैं तुम्हे आजादी
दूंगा।
* 1 मई,
1945 को जर्मनी ने द्वितीय
विश्व युद्ध में
आत्मसर्म्पण किया।
* 6 अगस्त,
1945 को जापान के हीरोशिमा
शहर।
* 9 अगस्त
नागासाकी पर अमेरिका
ने बम गिराये।
इसी कारण 13 अगस्त,
1945 को जापान ने भी
पराजय स्वीकार कर
ली।
* जापान
की पराजय के
साथ ही आजाद
हिन्द फौज ने
आत्मसमर्पण कर दिया।
* 17 अगस्त,
1945 को सुभाषचंद्र बोस सेगोन
हवाई अड्डे से
टोकियो के लिये
रवाना हुआ लेकिन
18 अगस्त, को फार्मूसा
द्वीप (ताईपे, ताइवान) में
हवाई दुर्घटना के
दौरान इनकी मृत्यु
हो गई।
* जवाहरलाल
नेहरू के समय
- 1956 में - शाहनवाज समिति बनाई।
* इंदिरा
गांधी के समय
- 1970 में - खोसला समिति बनाई
गई।
* अटल
बिहारी वाजपेयी - 1999 - मनोज मुखर्जी
समिति
* सुभाष
चन्द्र बोस ने
- महात्मा गाँधी को - राष्ट्रपिता
कहा।
* महात्मा
गाँधी - सुभाषचन्द्र बोस - देशभक्तों
का देशभक्त कहा।
लाला लाजपत राय
* जन्म
- 28 जून, 1865
* जन्म
स्थान - दुडिके गाँव (मोगा,
पंजाब)
* पिता
- रामकृष्ण अग्रवाल
* माता
- गुलाबी देवी
* उपनाम
- लाला जी, पंजाब
केसरी, शेर-ए-पंजाब
* यह
लाल बाल पाल
त्रिगुट के सदस्य
थे।
* 1920 में
कांग्रेस के कलकत्ता के
विशेष अधिवेशन में
अध्यक्ष थे।
* 1928 में
साइमन कमीशन का
विरोध करते हुए
पुलिस की लाठियों
के शिकार हुये।
* 17 नवम्बर,
1928 को मृत्यु हो गयी।
* मृत्यु
से पहले लाला
ने कहा - मेरे
सिर पर पड़ी
एक-एक वार
ब्रिटिश सामाज्य के ताबूत
की कील साबित
होगी।
* महात्मा
गाँधी ने इनकी
मृत्यु पर कहा
- भारतीय सौरमंडल का एक
सितारा डूब गया।
* प्रमुख
समाचार पत्र - 1. पंजाबी
2.
वंदे मातरम्
3.
यंग इंडिया
4.
द पीपल
* रचनाएँ/किताबें - 1. अशोक
महान
2.
श्री कृष्ण और
उनकी शिक्षा
3.
छत्रपति शिवाजी
विपिन चन्द्र पाल
* जन्म
- 1858
* जन्म
स्थान - पोइल गाँव
(सिलहट, बंगाल) वर्तमान बंग्लादेश।
* इनकी
प्रारंभिक शिक्षा सिलहट में
हुई। युवावस्था में
ये कलकत्ता आ गये।
* केशवचन्द्र
सेन के विचारों
से प्रभावित होकर
सनातन धर्म छोड़कर
ब्रह्म समाज की
दीक्षा प्राप्त की।
* यह
लाल, बाल, पाल
के त्रिगुट के
सदस्य व उग्रवादी
विचारधारा से जुडे़
थे।
* उग्र
राष्ट्रवाद के मूल्यों
को प्रतिपादित करते
हुये पाल ने
आध्यात्मिक राष्ट्र की धारणा
को जन्म दिया।
* इन्हें
‘प्रचण्ड राष्ट्रवाद का पैगम्बर’ कहते हैं।
* इन्होंने
स्वराज्य पत्रिका का प्रकाशन
किया।
* अंग्रेजी
में - न्यू इंडिया
नामक साप्ताहिक समाचार
पत्र चलाया।
* 10 मई,
1932 को देहांत हो गया।
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